क्या है Jeune Syndrome की बीमारी ? क्यों बच्चे हो रहे है इस घातक समस्या के शिकार? जानें इसके बारे में
- By Sheena --
- Saturday, 09 Sep, 2023
Jeune Syndrome Disease in Kids
Jeune Syndrome Problem: गर्वती महिलाओं के लिए ये जानना बहुत जरूरी के जब वे बच्चे को जन्म देने वाली होती है उससे पहले उन्हें कई तरह परामर्श डॉक्टरों से करने जरूरी होती है। जिससे बच्चे का गर्भ के अंदर विकास अच्छा होता है, क्योंकि बच्चों को जन्म के साथ कई सारी समस्याएं होती हैं। इसके पीछे कई कारण हो सकते हैं। कई बार माता-पिता की कई अनुवांशिक बीमारियां बच्चों में ट्रांसफर जाती हैं। इन्हीं में से एक है ज्यून्स सिंड्रोम। इस बीमारी में बच्चे की हड्डियों का विकास सही से नहीं होता है। आइए इस परेशानी के बारे में और जानते हैं।
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क्या है Jeune syndrome?
ज्यून्स सिंड्रोम एक गंभीर समस्या है। इसमें बच्चे की हड्डियों का विकास सही तरह से नहीं हो पाता है, जिसके चलते पसलियां की हड्डियां सिकुड़ जाती है। ये अनुवांशिक भी हो सकता है। ऐसे में बच्चे को सांस लेने में परेशानी होने लगती है। कुछ बच्चों का इस समस्या में दम घुटने लगता है। इसके अलावा, कई बार बच्चे के हाथ-पैरों और उंगलियों की हड्डियां भी छोटी हो जाती है।
ज्यून सिंड्रोम के लक्षण
-पसलियां सिकुड़ना
-फेफड़ों का कमजोर होना
-धड़ की तुलना में हाथ व पैर छोटे होना
-किडनी पर दबाव
-लंबी और असामान्य रूप से छोटी छाती होना
-छोटा कद
-गुर्दे में घाव
Jeune syndrome से कैसे बचें?
Jeune syndrome से बचाव के लिए डॉक्टर सबसे पहले रेस्पिरेटरी इंफेक्शन को रोकने की कोशिश करते हैं, Jeune syndrome में बच्चे की छाती छोटी होने के कारण बच्चे बार-बार रेस्पिरेटरी इंफेक्शन का शिकार होते है। ऐसे में वो अपनी जान गवां देते हैं। इसके साथ ही इस परेशानी से बचाव के लिए कई बार डॉक्टर पसलियों की सर्जरी करके रेस्पिरेटरी सिस्टम पर पड़ने वाले दबाव को कम कर देते हैं। हालांकि ये सर्जरी बेहद कठिन होती है। ज्यून सिंड्रोम में बच्चे को किडनी की बीमारी और हाई बीपी की समस्या भी हो सकती है। कई बार स्थिति इतनी गंभीर हो जाती है कि डॉक्टर को डायलिसिस करना पड़ता है। ऐसे में माता-पिता को प्रेग्नेंसी प्लान करने से पहले ही डॉक्टर से मिलकर आवश्यक टेस्ट करावा लेने चाहिए, जिन्हें उन्हें आनुवांशिक रोगों का पहले से पता चल पाए और वो इसके प्रति सचेत हो सकें।